
विद्यालय प्राचार्य का संदेश
भ्रम, अज्ञानता को दूर करने और दुश्वारियों के बीच ज्ञान के अधिग्रहण को बढ़ावा देने के लिए दृढ़ सिद्धांतों के साथ आगे बढ़ते हुए, हम गरिमा और गौरव के साथ ज्ञान का झंडा फहरा रहे हैं। साथ ही यह महसूस करते हुए कि पीढ़ी दर पीढ़ी हमारे युवाओं को प्रकाश की गति से जानकारी और उचित मार्गदर्शन की आवश्यकता है।
यह सुनिश्चित करने के लिए हमारे पाठ्यक्रम और प्रथाओं की लगातार समीक्षा की जाती है कि हम सबसे अद्यतन प्रथाओं का पालन कर रहे हैं, सभी नियमों को पूरा कर रहे हैं और अपने छात्रों की भविष्य की जरूरतों को संबोधित कर रहे हैं। हमारा विद्यालय लगातार वर्तमान रुझानों का पालन करता है और उन रुझानों को शामिल करने के लिए सर्वोत्तम कार्य योजना पर विचार-मंथन करने के बाद, हम उन रुझानों पर ध्यान केंद्रित करते हैं जो हमारी कक्षाओं के लिए सबसे उपयुक्त हैं।
हम प्रत्येक बच्चे में संभावनाएं तलाशते हैं, उनके कौशल को निखारते हैं और उन्हें राष्ट्र और मानवता की सेवा में योग्य कौशल हासिल करने में सक्षम बनाते हैं। यहां शारीरिक शिक्षा, खेल-कूद, साल भर की सह-पाठ्यचर्या संबंधी गतिविधियों और एक आनंददायक अनुभवात्मक शिक्षण प्रणाली की भूमिका आती है, जिसमें प्रत्येक विद्यार्थी को अपनी छिपी हुई प्रतिभा का प्रदर्शन करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
केवल दो स्थायी वसीयतें हैं जिन्हें हम अपने विद्यार्थी को देने के लिए प्रयासरत रह सकते हैं। इनमें से एक है स्थिरता और दूसरा है उत्साह । स्थायित्व हमारे माता-पिता द्वारा प्रदान की जाती हैं और उत्साह हमारे विद्यालय द्वारा प्रदान किए जाते हैं।
निष्कर्ष के तौर पर, पीएम श्री केन्द्रीय विद्यालय भा.नौ.पो. चिल्का संभावनाओं से भरा है। हम आपके बच्चे के जुनून को आगे बढ़ाने और उनकी क्षमताओं को अधिकतम संभव तक तलाशने के लिए ज्ञान, कौशल और प्रेरणा से युक्त करना जारी रखेंगे।
(सुभाष चंद्र जेना)
प्राचार्य